tag:blogger.com,1999:blog-507103792107996913.post4675262854291790398..comments2023-06-12T20:38:27.307+05:30Comments on प्रताप सहगल का ब्लॉग: प्रताप सहगलhttp://www.blogger.com/profile/01594354557600428528noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-507103792107996913.post-40941547722749739812009-10-16T18:57:54.094+05:302009-10-16T18:57:54.094+05:30बहुत गहरे भाव!!
सुन्दर रचना..
सुख औ’ समृद्धि आपक...बहुत गहरे भाव!!<br /><br />सुन्दर रचना..<br /><br />सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,<br />दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ<br />खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..<br />दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!<br /><br />-समीर लाल ’समीर’Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507103792107996913.post-58433748013113557032009-10-16T11:20:30.338+05:302009-10-16T11:20:30.338+05:30सुंदर चित्रण।
दीपपर्व की अशेष शुभकामनाएँ।
--------...सुंदर चित्रण।<br /><b>दीपपर्व की अशेष शुभकामनाएँ।</b><br />-------------------------<br />आइए हम <a href="http://ts.samwaad.com/2009/10/blog-post_16.html" rel="nofollow">पर्यावरण </a> और ब्लॉगिंग को भी <a href="http://sb.samwaad.com/2009/10/blog-post_13.html" rel="nofollow"> सुरक्षित </a> बनाएं।Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507103792107996913.post-30840782275504103132009-10-16T09:40:33.079+05:302009-10-16T09:40:33.079+05:30जीवन चिनार और बबूल की तरह
आपस में गुलझा हुआ है
एक...जीवन चिनार और बबूल की तरह<br />आपस में गुलझा हुआ है <br />एक कहता है मौत ही जिंदगी है और<br />कहता है दूसरा जिंदगी ही मौत है<br /><br />कौन समझाए इन्हें <br />न जिंदगी है न मौत है<br />यह तो है सौगात<br />अब तो पेड़ की मान लें बात<br />बहस करें खत्म न दें किसी को मात<br />बना रहे चिनार और बबूल का<br /><br />जीवन और मौत का<br /><br />ताउम्र का साथ।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com