दिल्ली विश्व विद्यालय छात्र संघ के चुनाव में आदर्श आचार संहिता का उलंघन करने के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी ने विभिन्न छात्र घटकों के छह उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर के एक मिसाल कायम की है और छात्रो को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि आदर्श आचार संहिता का उलंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । दिल्ली हाई कोर्ट में छात्रों द्वारा लगाई गई गुहार से भी उन्हें कोई रहत नहीं मिली ।
मेरी राय है कि भारत के आम चुनावों में भी हमारे निर्वाचन आयोग को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले नेताओं के ख़िलाफ़ ऐसे ही सख्त कदम उठा कर राजनेताओं को साफ़ सुथरा चुनाव लड़ने की सीख देनी चाहिए । जब तक चुनावों में धन बल और तन बल ख़त्म नहीं होगा तब तक व्यवस्था से भ्रष्टाचार भी ख़त्म नहीं हो सकता। मेरी राय में हमारा चुनाव आयोग अपना काम ठीक से नहीं कर रहा है । आपकी क्या राय है ?
अनोखा विज्ञापन: जब यू-ट्यूब विडियो से निन्जा बाहर कूद पड़े
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बहुत सालों पहले, जब यू-ट्यूब नही था तब एक जावा स्क्रिप्ट बहुत पोपुलर थी जो
वेब पेज में लिखे हुए को इधर उधर घुमा देती थी, फोटुओं वाले पेज की फोटो बिखरा
देती...
13 वर्ष पहले
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